कालाग्नि
सुबह
दिन के समय
शाम
सोने से पहले घर,ऑफिस,बाहर, कुर्सी पर,बिस्तर पर,कार में
कालाग्नि ध्यान धारना का शाब्दिक अर्थ है मौत या काल की आग। यह श्री विजयन भैरव तंत्र (एसबीवीटी) के प्राचीन पाठ में वर्णित 112 धारणा ध्यानों से प्रेरित है। कई लोग इस ध्यान से ध्यान की शुरुआत करने की सलाह देते हैं।





